. . मुम्किन नहीं उड़ान, मुसावी परों बगै़र ख़लक़त का शाहकार हैं मीज़ान तितलियां . . .


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मुम्किन नहीं उड़ान, मुसावी परों बगै़र
ख़लक़त का शाहकार हैं मीज़ान तितलियां
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