. . तक़सीम ِ बाग़ उड़ते परों को नहीं क़बूल दरवाज़े लड़कीयां हैं ना दीवार तितलियां . . .


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तक़सीम ِ बाग़ उड़ते परों को नहीं क़बूल
दरवाज़े लड़कीयां हैं ना दीवार तितलियां
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