. . उलझ रहे हैं यही कह के हम से अहल-ए-वतन कि ये वतन में मुहब्बत को आम करते हैं . . .


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उलझ रहे हैं यही कह के हम से अहल-ए-वतन
कि ये वतन में मुहब्बत को आम करते हैं
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